Snake Attack: सुबाथू छावनी क्षेत्र के साथ ही लगती कक्ड़हट्टी पंचायत के ग्राम कक्ड़हट्टी में ही 8 वर्षीय बच्ची तन्वी की सांप के खाने से मृत्यु हो गई। और तन्वी को उसके घर में ही शनिवार शाम को ही सांप ने डस लिया। तन्वी ने सांप के काटने के बाद अपने दादा को बताया। इस पर परिजन तुरंत उसे जिला अस्पताल सोलन ले गए लेकिन दोहरी दीवार पहुंचते ही उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई।
Snake Attack से हुई 8 साल की तन्वी की मौत
वह अस्पताल ले जाते समय ही कह रही थी कि मुझे बचा लो। और अस्पताल पहुंचने पर ही चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। और तन्वी सुबाथू छावनी के ही शौर्य पब्लिक स्कूल में तीसरी की छात्रा थी। उसके पिता रविकांत भारतीय सेना में जम्मू कश्मीर के लेह में तैनात हैं तथा माता गृहिणी हैं।
पंचायत प्रधान रोशन लाल ने बताया कि बच्ची की सर्पदंश से मृत्यु होने पर क्षेत्र में माहौल गमगीन है। सरकार की ओर से परिजनों को 25,000 रुपए की फौरी राहत प्रदान की गई है। और रोशन लाल ने यह बताया है कि अंत्येष्टि के लिए ही बच्ची के पिता लेह से ही रवाना हो गए हैं।
पीएचसी सुबाथू में थी वैक्सीन (Vaccine was in PHC Subathu)
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुबाथू (Primary Health Center Subathu) में तैनात डा. कृतिका गांधी ने यह कहा है कि उनके अस्पताल में ही सांप काटने का इलाज किया था लेकिन कोई मरीज नहीं आया। यह बता दें कि शाम चार बजे के बाद ही प्राथमिक अस्पताल सुबाथू एवं छावनी अस्पताल में ही ताला लग जाता है।
सुबाथू में शाम चार बजे के बाद प्राथमिक उपचार की भी सुविधा नहीं मिलती। लोगों का कहना है कि कई बार डाक्टर डैपुटेशन पर दूसरे अस्पताल जाता है। इस कारण लोगों को इलाज नहीं मिलता। ऐसे में आपात स्थिति में लोगों में सुबाथू में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर अविश्वास है।
तन्वी के मामले में भी ऐसा ही हुआ। शाम 3:30 बजे सांप ने उसको डसा। उसके परिजन उसे सीधा सोलन (Solan) ले गए। छावनी अस्पताल के डाक्टर सिद्धार्थ भसीन ने कहा कि उनके यहां सांप काटने का इलाज नहीं है।
इस घटना के बाद पंचायत ने लोगों को सर्पदंश से बचाव के लिए जागरूक किया है और उन्हें सुरक्षित रखने की जानकारी दी है।
एंटी सर्पदंश वैक्सीन का उपयोग सर्पदंश के खिलाफ प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण उपाय है जो सर्पदंश के खतरे से बचाव कर सकता है। सभी लोगों को अपने बच्चों को इस वैक्सीन से संरक्षित रखने की सलाह दी जाती है।
इस दुखद घटना के बाद, सांपों के खतरे को लेकर लोगों को जागरूक रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्हें अपने सुरक्षा को पहलू करके खुद को और अपने परिवार को संरक्षित रखने के लिए सभी संभावित उपाय अपनाने चाहिए।
इस दुखद समाचार से पूरे समुदाय को एक सचेत और सतर्क रहने की जरुरत है। इस त्रासदी के पश्चात सांप से बचने के लिए सुरक्षामी साधनों का प्रयोग करना जरूरी