तीर्थन घाटी में खुशी की लहर तीर्थन घाटी का एक युवा संस्कार डोड बनेगा सेना में लेफ्टिनेंट।
पहले ही प्रयास में ही एनडीए की परीक्षा पास कर देश भर में ही हासिल किया 115वा स्थान।
भारत में सेना के तीन बिंग है जल, थल और वायु सेना देश का ही गौरव है। और सेना में ही भर्ती होकर सीधे अफसर बनना ही हर युवा का सपना होता है और इसके लिए NDS के माध्यम से ही सीधे लेफ्टिनेंट बनकर देश की सेवा का अपना संजोए लाखो युवा हर साल परीक्षा देते है,जिनमे से ही कुछ पात्र युबाओ का ही सिलेक्शन हो पाता है जबकि कइयों का भी यह सपना साकार नही हो पाता है।
हाल ही में ही अभी संघ लोक सेवा आयोग दोबारा ही आयोजित NDA वर्ष 2022 की परीक्षा के परिणाम हाल मे ही घोषित हुए है जिसमे तीर्थं घाटी से बंंदल गांव के इस युवा संस्कार डोड ने भी पहले ही प्रयास में ही इस प्रतिष्ठित परीक्षा को पास करके इस अखिल भारतीय स्तर पर 115वी रैंक हासिल की है।
आखिर किस तरह बने लेफ्टिनेंट कर्नल( How To Become lieutenant colonel)
सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल बनने के लिए, आपको आम तौर पर कई वर्षों का अनुभव होना चाहिए और सेवा की शाखा के आधार पर विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए। लेफ्टिनेंट कर्नल बनने के कुछ सामान्य चरण इस प्रकार हैं:
1. अधिकारी बनने के लिए सेना में भर्ती हों या सैन्य अकादमी में भाग लें।
2. एक कमीशन अधिकारी बनने के लिए अपनी आवश्यक शिक्षा और प्रशिक्षण पूरा करें, जिसमें आमतौर पर बुनियादी प्रशिक्षण और अधिकारी उम्मीदवार स्कूल शामिल हैं।
3. अनुभव प्राप्त करें और रैंकों के माध्यम से आगे बढ़ें। इसमें विभिन्न पदों और स्थानों पर सेवा करना, अतिरिक्त प्रशिक्षण पूरा करना और पदोन्नति प्राप्त करना शामिल हो सकता है।
4. लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर पदोन्नति के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करें, जिसमें सेवा के कुछ वर्षों को पूरा करना, प्रदर्शन मानकों को पूरा करना और नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन करना शामिल हो सकता है।
ध्यान रखें कि लेफ्टिनेंट कर्नल बनने की आवश्यकताएं सेवा की शाखा और विशिष्ट संगठन के आधार पर भिन्न हो सकती हैं। आपके लिए सर्वोत्तम मार्ग निर्धारित करने के लिए सेवा की अपनी चुनी हुई शाखा में उपलब्ध आवश्यकताओं और अवसरों पर शोध करना महत्वपूर्ण है।